यह प्रदर्शन किच्छा पुलिस पर लगे अमानवीय और बर्बर कृत्य के आरोपों के खिलाफ था, जिसका नेतृत्व विधायक तिलकराज बेहड़ ने किया। प्रदर्शन में कांग्रेस के विधायकों, कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें रिंग रोड से एसएसपी कार्यालय, रुद्रपुर तक पैदल मार्च निकाला गया। स्थिति तनावपूर्ण होने पर विधायक तिलकराज बेहड़ ने अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की, लेकिन पुलिस ने उन्हें और कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया।
यह प्रदर्शन भ्रष्टाचार, पुलिस अत्याचार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के खिलाफ था। तिलकराज बेहड़ के बयान से यह भी जाहिर होता है कि यह आंदोलन तब तक जारी रखने की मंशा थी, जब तक न्याय की मांग पूरी नहीं हो जाती। पुलिस की कार्रवाई और हिरासत में लिए गए नेताओं के नाम भी इस घटना की गंभीरता को दर्शाते हैं।