आतंकी हमले का विवरण:
- 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में एक बड़े आतंकी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। कई लोग घायल हुए। यह हमला कश्मीर में हाल के दशकों में सबसे घातक हमलों में से एक है।
- आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) और इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक कर्मी सहित कई नागरिक मारे गए।
- हमले में विदेशी नागरिकों की भी मौत की खबर है, जिसमें एक नेपाली नागरिक शामिल हो सकता है। नेपाल सरकार इसकी पुष्टि कर रही है।
आतंकियों की पहचान और जांच:
- सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में शामिल तीन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, जिनका संबंध लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से बताया जा रहा है। कम से कम दो आतंकी विदेशी माने जा रहे हैं।
- खुफिया सूत्रों के अनुसार, हमले में पाकिस्तान प्रशिक्षित संचालकों और उन्नत सैन्य हथियारों का उपयोग हुआ। हमले की पहले से रेकी की गई थी (1-7 अप्रैल, 2025)।
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक इंस्पेक्टर जनरल के नेतृत्व में जांच शुरू की है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की और हमले की सख्त निंदा करते हुए कहा, “भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने हमले के स्थल का दौरा भी किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा छोटा कर दिल्ली लौटकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के साथ बैठक की। आज शाम 6 बजे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक होगी।
- जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और अन्य घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की।
पर्यटन पर प्रभाव और निकासी:
- हमले के बाद पर्यटकों में दहशत फैल गई, जिसके कारण कश्मीर से बड़े पैमाने पर पर्यटकों का पलायन शुरू हो गया। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे “दुखद लेकिन समझने योग्य” बताया।
- एयरलाइंस ने श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए अतिरिक्त उड़ानें शुरू कीं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने किराए को 14,000 रुपये के आसपास सीमित किया, क्योंकि हमले के बाद किराए 65,000 रुपये तक पहुंच गए थे।
- इस हमले ने अमरनाथ यात्रा 2025 (3 जुलाई से 9 अगस्त) पर भी अनिश्चितता पैदा कर दी है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
- पाकिस्तान ने हमले पर “चिंता” जताई, लेकिन प्रत्यक्ष संलिप्तता से इनकार किया। कुछ विश्लेषकों ने हमले को पाकिस्तानी सेना प्रमुख की हालिया “हिंदुओं से भेदभाव” वाली टिप्पणी से जोड़ा।
- नेपाल, चीन, और अमेरिका (उपराष्ट्रपति जे.डी. वैन्स सहित) ने हमले की निंदा की और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- भारत में पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने और सिंधु जल समझौते को रद्द करने की चर्चा चल रही है।
सुरक्षा उपाय और सामाजिक प्रभाव:
- दिल्ली, मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली में पर्यटक स्थलों पर निगरानी और सीमा चौकियों पर तलाशी तेज कर दी गई है।
- हमले की तुलना 2000 के चिट्टसिंहपुरा नरसंहार (36 सिखों की हत्या) से की जा रही है, जिससे कश्मीर में पर्यटन और सामान्य स्थिति की बहाली पर सवाल उठ रहे हैं।
- आईपीएल 2025 के खिलाड़ियों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए काली पट्टी पहनी।
पीड़ितों की कहानियाँ:
- मृतकों में विशाखापट्टनम के सेवानिवृत्त SBI कर्मचारी जे.एस. चंद्रमौली, केरल के एन. रामचंद्रन (65), और हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल शामिल हैं।
- एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, आतंकियों ने उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति से कलमा पढ़ने को कहा और जवाब न मिलने पर उसे गोली मार दी। उसकी पत्नी को छोड़ दिया गया।
- हमले का एक वीडियो सामने आया, जिसमें गोलीबारी और चीखें सुनाई दे रही हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।

