किच्छा में प्रशासन ने गोला नदी में संभावित सैलाब की स्थिति से निपटने के लिए कमर कस ली है। मानसून के सक्रिय होने और पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण गोला नदी का जलस्तर बढ़ने की आशंका के मद्देनजर किच्छा में तीन विशेष बाढ़ राहत चौकियां स्थापित की गई हैं।
इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से त्वरित रूप से निपटा जा सके। इन बाढ़ राहत चौकियों को उन संवेदनशील क्षेत्रों में स्थापित किया गया है जहां नदी के उफान पर आने से बाढ़ का खतरा सबसे अधिक होता है। इन चौकियों में आवश्यक बचाव उपकरण, प्राथमिक चिकित्सा किट और कर्मचारियों की एक टीम मौजूद रहेगी जो 24 घंटे निगरानी रखेगी। स्थानीय निवासियों को भी संभावित खतरे के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने की सलाह दी जा रही है।
प्रशासन ने सिंचाई विभाग, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी समन्वय स्थापित करने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन टीमें भी पूरी तरह से तैयार हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर पैनी नजर रखने और किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। गोला नदी का बढ़ता जलस्तर पिछले वर्षों में किच्छा और आसपास के क्षेत्रों के लिए चिंता का विषय रहा है, जहां कई बार बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा है। इस बार, प्रशासन ने समय रहते एहतियाती कदम उठाकर संभावित जोखिमों को कम करने का प्रयास किया है। #किच्छा #बाढ़राहत #गोला_नदी #मानसून #उत्तराखंड #आपदाप्रबंधन #प्रशासनअलर्ट #सुरक्षा #बारिश #सतर्कता #Kichha.in